हिसार से अभी सतीश जी का फोन आया था। उन्होंने बताया कि चहारदीवारी गिर चुकी है। वो कह रहे थे कि "दलित दस्तक" के इस (जुलाई, 2012) अंक को लेकर वो लोग तमाम आयोग में गए। इससे फर्क पड़ा और उनकी बात को मजबूती मिली। उन्होंने दलित दस्तक को धन्यवाद दिया है। हमें खुशी है कि हम कुछ सार्थक कर पा रहे हैं। इस खबर के बारे में एनडीटीवी के Ravish Kumar सर ने हमें बताया था, जबकि दलित दस्तक के लिए इस खबर को अनुज Satyendra Murli ने कवर किया था। दोनों का धन्यवाद। थोड़े से आप लोग भी खुश हो सकते हैं। हमारी दस्तक सत्ता के दरवाजों तक पहुंचने लगी है।
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