इतिहास बदले बदले विज्ञान
हिंदुत्व की बहार हो गइल कि ओबामा रामचंद्र पधारो म्हारा देश।
का पता के मनरेगा मा ताम्रपत्र मा भारी मजदूरी मिलल हो।
शांतता,नरमेध चालू आहे। शांतता,बलात्कार चालू आहे।
शांतता वध चालू आहे।
शांतता वैदिकी हिंसा चालू आहे।
पलाश विश्वास
जनधन वाह वाह।कैश सब्सिडी आहा आहा।
खाता खुलल हो।धिन ता धिन ता।
कैश आ घिलनता ता थई ता ता थई।
नाचै मन मयूर बै चैथू।
बै अबहीं ताम्रपत्र गाढ़े का पोरगाम लागै है,शुरु होईहिं चाहि।
का पता के मनरेगा मा ताम्रपत्र गाढ़ेका काम मिले हो।
कि इतिहास बदले कि विज्ञान बदले।
हिंदू राष्ट्र समयबै चैतू।
वो जो इंदिराम्मा ने चालू करिकै चाहि तो बडा़ बावेला हुई गवा।
बाबर ने बाबरनामा लिखवायो।अकबर ने लिहिला आपण इतिहास।
हिटलर इतिहास बदल दियो।
इंडियन पब्लिक बुरबकै है।
सात के दशक मा ये पुण्यकर्म रोक दिहिस और इंदिराम्मा को बवाल रोके खातिर इमरजेंसी दागेके पड़ी।
अबहु हम तो अमेरिकी भयो।देश म्हारा वायब्रेंट गुजरात हुई गयो।
अबही मुसल्लों का इतिहास,गोरों का इतिहास काय को।
नयका इतिहास चाहि।
विज्ञान भी नयका चाहि।
रिवर्स गियर पुष्पक विमान चढिके मर्यादा पुरुषोत्तम रामचंद्र पधारबे भारत मा।
लंका विजय हुओ कि नाय ,ना मालूम।
रामजी ओबामा भयो कलजुग मा।शूद्र अवतार छन।
जैसन कि आपण कल्कि महाराज।
साक्षात जुड़वां बिरादर।
मेलवा मा बिछुड़ल बा।
छब्बीसे जानुवारी भरत मिलाप होई।
जइसा कि सिनेमा मा होवत हो,बिल्कुले वइसन हुई गयो रे।
गुजरात नरसंहार का हल्ला भौते हुआ एइसन कि अमेरिका बिच जा ही न सकै आपण कल्कि महाराज।कइसे पहिचानते जुड़वां भाई जुड़वा भाई को।
वो जो प्रधानमंत्री बन गइलन तो कोई कारा तिल रहे मुखवा पे जो बिजुरी जइसन चमकाल बा आउर झट से अमेरिकी रामजी ने पहिचान लिल कि यहीच तो आपन खून वानी।गला मिलेक को उतावल हुई गवा।
घोंघिया आंखि देखे न सकत,मुसनाक सूंगे ना सकै कि उनर कलेजे में पीर पिघलकर गंगा जमुना हो गइलन।वहींच गंगा परिष्कार वास्ते स्वच्छता अभियान चालू आहे।
शांतता,नरमेध चालू आहे।शांतता,बलात्कार चालू आहे।शांतता वध चालू आहे।शांतता वैदिकी हिंसा चालू आहे।
हम ना देख सकै बै वो कारा तिल।अमेरिकी ससुरे सैटेलाइट वाइट घनचक्कर चलावत हो आउर अंतरिक्ष से ताके झांके करै।चळवळ एटीएमोमाझा दृष्टि काय।
तुहार हमार नब्ज जानै है व्हाइटहाउस ,पेंटागन,वर्ल्ड बैंक,आईएमएफ,नाटो बाकीर सबै उनर संस्था सार।मोर बाप तोर बाप.मालिक मलकाइन उनर भी बापो का बाप वो अमेरिका।बायोमैट्रिक डिजिटल जो हुई गवो देश तो समझो उनर उपनिवाश वानी हम।
विकास कथे कथे बिगड़ल हो कइसे होवे सुधार,वही बताये रहिले।
मनमोहना समझ ना सकौ,झट से उतार दियो गद्दी से।
तड़ाक से बुला भेज्यो अमेरिकामा।का जलवा रहि अडानी सौजन्य से।अंबानी भी पीछे रहे हो।सारे इंडियाइंक बाग बाग गुलबहार गुलनार हो गयो रे।निसार हमरी गली खूनै क नदीबन गइलन आउर हमनी लहूलुहान आप जख्म चाटेको जिंदा वानी।
अब उनन को भारत के अयोध्या राज में ठीके से स्वागत खातिर मस्त तैयारी बाटे।
रामंदिर कोई इमारत नइखे,बुरबकै समझत नाही।
राममंदिर का मतबल हो शत प्रतिशत हिंदुत्व।
वौहे जो हिंदू साम्राज्यवाद ह।
या जो शत प्रतिशत हिंदुत्व ह,वोके खातिर सबसे पहिले इतिहास बदलना चाहि।
अभै पब्लिक का कल्चरो बदल गयो ह।
हर जेब मा डालर का हल्ला है।
डालर माई बाप।
डालर तोर बाप।
सात सात जनम का बाप हो डालर।
वही मालिक।
वोही मलकियान।
हमनी डालरे खातिर एत्तो एत्तो मचान बांधली।
राजकरण दुकानों कतो साजली।
विकास पागलदौड़ कहै जो गांधी बुड्ढो, उकर वध कर दीहिस नाथूराम बाबा ने।
मंदिर उननका बनकै तैयार समझो।
बाबासाहेब जो संविधान बांधली,भंग रामसेतु मा उका विसर्जन भी हुई गइल।
आर्डिनेंस राज भयो।
पार्लियामेंट रोजगार दफ्तर वानी।
जो निठल्ला कुछो कर न सकै है,मस्त आराम से बतियावन खातिर हल्ला उल्ला करै वास्ते तफरी को जावत उहां।
जावेके खातिर भौते पइसा वइसा चाहि।
सो कारपोरेट फंडिंग है।
कारपोरेट जो फ्री फ्लो फारेन मनी है,कारपोरेट जो मल्टीनेशन ह।
कारपोरेट जो ब्लैको मनी रिसाइकल वानी।
माने कि जो मनी टैक्स उक्स बिना काला हुई गवा,उका दुबई,मारीशस ,हांगाकांग रस्ते देश मां बिल्डर प्रोमोटर इफ्रास्ट्रक्चर मा झोंकेके चाहि,फेर वही कालाधन विदेशी मनी डालर उलर झिनचाक सफेदो बा।
वो जो कटकटले अंधकार का कारोबारी छन,बड़का बड़का आश्रम बांधली हो,तमामे मचान बाबा बाबी हईबे करें जो बड़ो चिल्लाया केसरिया सुनामी बनावन खातिर,खुल जा खुल जा सिम सिम तर्जे।
वा सिम अब मोबाइल है।
सिंगल सिम गयो अभै डाबल सिम ट्रिपल सिम जमाना हिईगो।
सिम सिम सिम।
खुल जा सिम सिम सिम।
मोबाइलमध्ये वो खजाना हुईबे करै,जाके लूटे खातिर दुश्मन देश चीनवा से आ गइलन अलीबाबा।चालीस चोर ते तमाम प्रोजेक्ट खुलिके बइठ गइलन।
तो जो आंदोलन वगैरह करैके बीमार पब्लिक है,काका कहि बारंबार मानवाधिकार, नागरिक अधिकार,जल जंगल जमीन,पर्यावरण,ससुरे सारे राष्ट्रद्रोही छन।
जइसे सलवा जुडुम मा आदिवासी मारे जात या कश्मीर या यूपी या नार्थ ईस्ट मा गड़बड़ करि ते मारे देवै गोली बिना कैफियत,अइसन ही रिफारमवा चाहि त अर्थ व्यवस्था बुलेट माफिक हो जाई।करेजवा चीर कर दनादन डालर की बरसात हुई जाई।
निठल्ला करोड़पति अरबपति जमात कूं फायदा हा फायदा।
सो,कायदा कानून सार बदलत रहि।
बाबासाहेब भी अंग्रेजी राज मा मंत्री बन गइलन त तमाम कानून बनाये दियो।
वो इतिहास भी बदलना चाहि ह।
लेबर ला ,ट्रेडयूनियन कानून और का कहि मरदन का देश मा ऊ बाबासाहेब हिंदू कोड भी रच दिहिस,जइसन संविधान इर्रीलिवेंटङुई गयो,बाबा क संविधान भी कूडा जइसन हुई गयो।शिडुल फाइव शिडुल सिक्स वगैरह वगैरह लाद दियो कि विकास रथ रुक जइहें।
वो इतिहास भी बदलना चाहि ह।
डालर की बरसात न हुई,डालर न हुआ तो करोड़पति अरबपति जमात,मोर तोर बाप महतारी तो भूखों मर जाई।
तभै केकर गोड़ दबाइबो,सोच।
जनम बृथा हो जाई।हम गुलाम वानी हज्जारो बरस से।
गुलामी समनातन ह।
गुलामी खारिज तो हम का चाटिहे डेमोक्रेसा समता सामाजिक न्याय और उ का कहत क्रांति व्रांति।गुलामी हमार वजूद ह।वहीच आत्मा वहीच परमात्मा।वहीच गोता महोत्सव।
गुलामी बहाल रखेकै सोच,चैतू।
कानून बदलने खातिर,रिफार्म वास्ते,पुरकश डालर राज वास्ते,रामराज्य के लिए डालर चाहि।सो अमेरिका से परमाणु संधि हुई गयो।
अब चाहे पोलोनियम खियाके सुनंदा पुष्कर बनायदी कि परमाणु विस्फोट हो जाई कि जिनगी घटस्फोट हो जाई कि भापाल गैस त्रासदी हो जाई फिन फिन ,चाहे दंगा उंगा खूब होई रहै,आग लग जायी सगरा देश मा,राम की सौं भव्यमंदिर बनावक चाहि.वाकर कातिर ताम्रपत्र गाढ़ेके चाहिं।
इंदिराम्मा जो नाहीं कर सकत,वो कल्कि महाराज के राजकाज में होइबे करि है।अब चाहे सिखों का नरसंहार हो,चाहे असम में कत्लेआम हो जाई,चाहे घाट बाट अनाच कनाच घर दफ्तर में बलात्कार कार्निवाल हो,पूरा पहाड़ डूब में शामिल हो कि रेगिस्तान बन जाई तमाम ग्लेशियर कि सार अरण्य तबाह हुई जाये,सारे कारोबारी हो जायें बरबाद या हम खेत शेतकरी खातिर कब्रिस्तान हिंदुस्तान में हो जाये तब्दील,हमका हिंदू राज चाहि।
हिंदू राज चाहि तो मनुस्मृति बहाल बा।अछूत वानी तो ढेरों जाति नीचे बा।ङम भी उनर मुकाबले ऊंच बा।उ सभै हमार खातिर अछूत बा।
ई जात पांत जारी रहेक खातिर,मनुस्मृति बहाल रखे खातिर आउर झमाझम डालर पावस हिमपात खातिर हमका केेशरिया कारपोरेट राज चाहि।कि निठल्ले हमरे बाप महतारी,मालिक मलकियाइन सबै बहाल तबीयते हों,करोड़पति अरबपति हों आउर हम गोड़ दबात रहे हम गोड़ दबात रहे।गढ्ढा खोदेक आदत बा,खने जाव खनै जाव और उमा गहरी नींद सो जाव घोड़े बेचकर तमाम।
य अश्वमेधी राजसूय ह।
जेकर पुरोहित तमाम पढ़े लिख्के मलाईदार तबके ह।
जेकर पुरोहित तमाम विद्वतजन राजनेता ह।
जजमान फेर वही केसरिया फारेन मनी ब्लैक मनी।
यही खातिर शाहज्यू महारज उवाच,कालाधन जटिल मामला ह।
जयश्रीराम बोलो रामजाद बन जइयो सीधे सीधे।
बाकीर हरामजाद का का कहि,सबै म्लेच्छ शुद्ध हो जाइ।
उलट कलमा पढ़ाई शुरु हो गइलन।
रामजी पधारो म्हारा देश।
कल्लि अवतार राजकाज संभाले है।
ई नयका इतिहास बा।त इतिहास बदलेके बड़ा काम चालू आहे।
संघी इतिहास कौंसिल इतिहास बदलेक को तैयार बा।विज्ञान कांग्रेस मा भी परिवर्तन चाहि।वइसन जइसन सतात्तर मा लाले कृष्ण आडवाणी लौह पुरुष मीडिया भूगोल बदल दीन्ही।जित देखो तित केसरिया।रंग बिरंग केसरिया।केसरिया बोली ठोड़ ना लिहिल समथिंगवा।इतिहास विज्ञान भी वइसन चाही।
त संघ सेवक बत्रा महाराज इकलौते नइखे,अबहुं आईसीएचआर बोर्ड योजना आयोग के नीति आयोग मा कायाक्लप जइसन कायाकल्पित हुई गयो रे।
आईसीएचआर बोर्डे संघ परिवारच्या हिस्ट्री विंगर वाइस प्रेसीडेंट नारायण राव,आल इंडिया जनरल सेक्रेटरी ईश्वर शरण विश्वकर्म आउर केसरिया बंगाल बाटि निखिलेंदु गुहा अबहिं वैदिकी इतिहास रचेक का काम करिहैं।तमाम महाकाव्य, स्मृति, ब्राह्मण,शतपथ,पुराण ,उपनिषद आउर वेद सनातन इतिहास है।
तम युग मा अनार्यइतिहास जइसन गुम हो गइलन,हमलावर विदेशी कौमें सारी गुम हो जाइब।तभै न सौ टक्का हिंदुत्व का दर्शन होई।
अब देश त हमार तुहार नाही।
मालिक मलिकाइन जीवै लाख बरीश तो आशीष बरसै मूसलाधार त यही खातिर हम गोड़ दबावत रहि।हम मचान बांधळी रहि।
नाना आइडेंटिटि,नाना विचारधारा ,नाना अस्मिता दुकान चळवळ चलावल रहि,त बूझो वो सभै सलामत त बाकीर जनता खातिर त ङुई देख्यो बांसों का वसंत वायब्रेंट गुजरात।
बाकीर देश गुजरातो जइसन होवेक चाहि।
हमका मजदूरी मिलल जाई तो जिनगी सुधर जाई ।
बाकी जनधन और कैश सब्सिडी ह।
बाकीर उ आधार निराधार तमामो कार्ड छनछनाछन छनछनाछन आउर पुढै डालर पावस घनानघन हिमपात नैनीताल मध्ये।
डालर अइहें त क्या पत्त कि मनरेगा फिर खुल जाइ बाकीर कंस्ट्राक्शन ग्लोबल हुई गयो।का पता के मनरेगा मा ताम्रपत्र मा भारी मजदूरी मिलल हो।
बंगाल मा कोई रोजी रोटी नइखे।ट्रेनवा मा भर भरकर बंगाली सारा देश मा कंस्ट्रक्शनकरै है।बाकीर जो है उनपर बिल्डर प्रोमोटर सिंडिकेटवा की बड़ी कृपा हैगी।
मिस्टि दई आर ईलिश माछ की बहार देखो।देखो गुजराती थाली आउर चाखो चाहो तो दख लिजो मारवाड़ी थाली।
हिंदुत्व की बहार हो गइल कि ओबामा रामचंद्र पधारो म्हारा देश।
आईसीएचआर के लिए आरएसएस ने सूची भेजी
Live हिन्दुस्तान-29-Nov-2014
भाजपा सरकार द्वारा भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) के अध्यक्ष पद पर वाई सुदर्शन राव की नियुक्ति के बाद अब इसकी 27 सदस्यीय परिषद पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उससे जुड़े संगठनों की नजर है। परिषद सदस्यों का तीन ...
प्राइम टाइम इंट्रो : जाति व्यवस्था का सवाल!
एनडीटीवी खबर-15-Jul-2014
आईसीएचआर के चेयरमैन का नाम है वाई सुदर्शन राव। वारंगल स्थित काकातिया युनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के प्रोफेसर श्री राव के ब्लॉग पर लिखे गए बायोडेटा में जितने विषय है, उन सबका ज़िक्र करना संभव नहीं है। बस मुझे दो ही बेहद ...
मोदी सरकार का असली एजेंडा
Raviwar-10-Nov-2014
हालिया चुनाव में भाजपा की भारी जीत के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार, सबसे पहले जनता से जुड़े उन मुद्दों पर ध्यान देगी जिनके कारण वह सत्ता पर काबिज हो सकी है. परंतु नई सरकार की 100 दिन की हनीमून अवधि पूरी होने के ...
भारत का सांस्कृतिक धर्मांतरण
विस्फोट-03-Nov-2014
प्रोफेसर वाई सुदर्शन राव की भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद ;आईसीएचआरके अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को भी इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए। यह राष्ट्रीय संस्थानए इतिहास के क्षेत्र में शोध का नेतृत्व करता है। प्रोफेसर राव की इतिहास ...
विचारधारा के बहाने राजनीतिक एजेंडा
Raviwar-19-Aug-2014
सुदर्शन राव को भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. प्रोफेसर राव, इतिहास के क्षेत्र में किसी विशेष अकादमिक उपलब्धि के लिए नहीं जाने जाते हैं. वे मुख्यतः रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों की ...
लाइब्रेरियन: बुक मैनेजमेंट का मास्टर
Live हिन्दुस्तान-19-Mar-2013
... कॉलेज, विश्वविद्यालय, केन्द्रीय सरकारी पुस्तकालय, बैंकों के प्रशिक्षण केन्द्र, राष्ट्रीय संग्रहालय तथा अभिलेखागार, विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत गैर-सरकारी संगठन, आईसीएआर, सीएसआईआऱ, डीआरडीओ, आईसीएसएसआर, आईसीएचआर, ...
आर्कियोलॉजी अतीत की खोज में छिपा भविष्य
Live हिन्दुस्तान-22-Nov-2011Share
आर्कियोलॉजिस्ट की जॉब के लिए तन और मन, दोनों का ही मजबूत होना जरूरी है। अगर आप शारीरिक रूप से स्वस्थ और ताकतवर नहीं हैं तो काम के दौरान होने वाली थकान को सहन करना आपके लिए मुश्किल होगा। आर्कियोलॉजिस्ट्स की जॉब मेहनत ...
आरएसएस के सभी अभियान धर्म की रक्षा के लिए:मोहन भागवत
खंडवा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ चालक खंडवा की भूमि से निकल रहे हैं। प्रांत और विभाग संघ चालकों के साथ विभाग कार्यवाह खंडवा से ही हैं। खंडवा से संघ का काफी पुराना रिश्ता है। संघ के आधार स्तंभ डॉ. केशवराव बलीराम हेडगेवार ने ही खंडवा में आरएसएस की पहली शाखा की स्थापना की थी। देश में संघ द्वारा चलाए जा रहे सभी अभियान धर्म की रक्षा के लिए हैं।
यह बात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने मंगलवार शाम खंडवा रेलवे जंक्शन पर संघ के पदाधिकारियों से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार और माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर ने भी खंडवा आकर स्वयंसेवकों को जोड़ा था।
श्री भागवत भागलपुर एक्सप्रेस से मुंबई से जबलपुर जा रहे थे। रेलवे स्टेशन पर श्री भागवत से मिलने के लिए विभाग संघ चालक भरत झंवर, विभाग कार्यवाह महेंद्र शुक्ला, जिला संघ चालक दीपक जोशी, नगर संघ चालक अतुल शाह पहुंचे। विदित हो कि प्रांत संघचालक डॉ. प्रकाश शास्त्री भी खंडवा से हैं। मंगलवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी भी खंडवा पहुंचे हैं।
अलर्ट रही पुलिस
मोहन भागवत के खंडवा से गुजरने की सूचना संघ पदाधिकारियों के अलावा स्थानीय पुलिस तक को नहीं थी। ट्रेन के खंडवा स्टेशन पर पहुंचने से पहले रेलवे पुलिस भी अलर्ट हो गई थी। पदाधिकारियों से चर्चा के दौरान उनके इर्द-गिर्द कड़ा पहरा रहा।-निप्र
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विद्यार्थी बनाएं बलवान हिंदू राष्ट्र
On Date : 14 January, 2015, 4:11 PM
जबलपुर में हजारों बच्चों के बीच दिया उद्बोधन
जबलपुर, ब्यूरो
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि समाज में मधुरता स्थापित करने विद्यार्थियों को तपस्वी, विवेकशील, ऊर्जावान और सदविचारों को साकार करने वाला बनना होगा। भागवत यहां मकर संक्रांति पर महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल परिसर में आयोजित समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने देश की वर्तमान हालातों की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद सत्ता जिनके हाथों में आई उनमें त्याग और तपस्वी व्यक्तियों की कमी नहीं थी, फिर भी छह दशकों में देश की कई समस्याएं बिल्कुल भी नहीं सुलझी बल्कि कुछ समस्याओं का तो स्वरुप ही कुछ और हो गया । जबकि इसके विपरीत मुठ्ठी भर लोगों का छोटा सा देश इजराइल जिसकी अपनी मूल आबादी कुछ नहीं है, उसने काफी तरक्की की है। ऐसा तब हुआ है जब स्वतंत्रता के समय भी हमारे भारतीय खजाने में करोड़ों रुपया था और इग्लैंड पर हमारी तगड़ी रिकवरी बनती थी।
डॉ. भागवत ने संघ संस्थापक डॉ. हेडेगवार के जीवन प्रसंगों और पौराणिक प्रसंगों के आधार पर अपनी बात रखते हुए कहा कि लक्ष्य हमें ही तय करना है। इसके लिए विद्यार्थियों को ऊर्जावान बनना होगा। कौन क्या कह रहा है इस पर विचार करने की अधिक आवश्यकता नहीं है बल्कि जरुरत आत्मबल में वृद्धि करने की है। उन्होने मकर संक्रांति पर्व पर सूर्य के उत्तरायण होने का महत्व विद्यार्थियों को समझाते हुए इसके आध्यात्मिक, वैज्ञानिक, सामाजिक पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। भागवत ने विद्यार्थियों से प्रेरक उद्बोधन में भारत को परम वैभव, बल संपन्न, हिंदू राष्टÑ बनाने का आव्हान किया। इस अवसर डॉ कैलाश गुप्ता, डॉ पवन स्थापक सहित संघ के महाकोशल प्रांत के अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।
शाम को सागर में होगी बड़ी बैठक
जबलपुर से दोपहर तीन बजे निकलकर संघ प्रमुख मोहन भागवत शाम को छह बजे सागर पहुंचेंगे। यहां वे सीधे सागर सरोज मेरिज गार्डन पहुंचेंगे। भाजपा विधायक शैलेन्द्र जैन के इस गार्डन में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। वे यहां चार दिनों तक रहेंगे। संघ सूत्रों की माने तो शाम को सात बजे से यहां मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक रखी गई है। इस बैठक में दोनों राज्यों में संघ द्वारा चलाये जा रहे सेवा प्रकल्पों और संघ की शाखाओं के विस्तार की रणनीति तय की जायेगी। साथ ही धर्मान्तरण और घर वापसी जैसे मसलों पर भी फोकस रहेगा। बैठक के बाद अगले दिन सुबह आरएसएस प्रमुख संघ के चार दिनों तक चलने वाले अभ्यास वर्ग का विधिवत शुभारंभ करेंगे। इस वर्ग में दोनों प्रदेशों के चुनिंद पदाधिकारियों को बुलाया गया है। इसके अलावा संघ प्रमुख अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर धर्मान्तरण पर संघ के नजरिये को बतायेंगे। 18 जनवरी को वे सागर के खेल मैदान पर विशाल एकत्रीकरण समारोह में आमजनों को संबोधित करेंगे।
http://www.pradeshtoday.com/newsdetails.php?news=Create-a-powerful-Hindu-students&nid=106892
हिंदू संगठन की मजबूती सभी समस्याओं का हल
हिंदू संगठन की मजबूती सभी समस्याओं का हल
सोनभद्र : नगर स्थित हाईडिल मैदान में रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का स्वयं सेवक संगम कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान स्वयं सेवकों ने पूरे नगर में पथ संचलन कर शांति मार्च निकाला। इसमें जनपद के स्वयं सेवक मौजूद रहे।
पथ संचलन के दौरान आरएसएस कार्यकर्ता कदम से कदम मिलाकर देश भक्ति गीत व भारत माता की जय के जयकारे लगा रहे थे। कार्यक्रम स्थल पर मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अंबरिश ने कहा कि हिंदू संगठन ही सभी समस्याओं का हल है। जब-जब हिंदू संस्कृति कमजोर हुई है, तब-तब देश को समस्याओं से गुजरना पड़ा है। देश का मजहब के नाम पर बंटवारा इसका उदाहरण है। संगठन मंत्री ने घर वापसी के मद्दे का पक्ष लेते हुए कहा कि यह कोई नया कार्यक्रम नहीं है। सदियों पहले भी हमारे पूर्वजों ने पूरे विश्व को आर्य बनाने की बात कही थी जिसे आज भी किया जा रहा है।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि परमेश्वर, जिला प्रचार श्रवण कुमार, जिला कार्यवाह धनंजय पाठक, धर्मवीर तिवारी, नंदलाल शुक्ला, हर्ष अग्रवाल, कीर्तन, आलोक चतुर्वेदी आदि रहे।
नन्हे स्वयं सेवक रहे आकर्षण के केंद्र
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सेवक संगम कार्यक्रम के दौरान निकाले गए पथ संचलन में नन्हे स्वयं सेवक आकर्षण का केंद्र रहे। बड़ों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे नन्हे स्वयं सेवकों का जोश देख लोग हतप्रभ रह गए। भारत माता की जय व राष्ट्रीय गीत गाते स्वयं सेवकों ने बरबस सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रखा था।
सुरक्षा के रहे व्यापक इंतजाम
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पथ संचलन के दौरान व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल के साथ पीएससी के जवान भी पथ संचलन के दौरान आगे-आगे चल रहे थे। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर भी व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तत्काल निबटा जा सके।
हाईडिल मैदान पोस्टरों से पटा
सोनभद्र : लाख कवायद के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में संघ का प्रभुत्व किस कदर हावी है उसका नजारा रविवार को नगर के हाईडिल मैदान पर देखने को मिला। पूरा मैदान पार्टी के नेताओं की होर्डिग के साथ पटा हुआ था। कुछ लोग 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी के लिए संघ पदाधिकारियों को आकर्षित करना चाहते हैं। बहरहाल जो भी हो सेवक संगम कार्यक्रम को राजनीतिक रंग देने में भाजपा के पदाधिकारियों ने कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी।
http://www.jagran.com/uttar-pradesh/sonbhadra-11968868.html
गौरवपूर्ण इतिहास भूल रहा हिन्दू : सिंह
Rajasthan Patrika-11-Jan-2015
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यवाह हनुुमानसिंह ने कहा कि हिंदू समाज में विकृतियां आ जाने से हिन्दू अपना गौरवपूर्ण इतिहास भूलता जा रहा है। हिन्दू को अपना गौरवपूर्ण इतिहास का स्मरण कराने के लिए हिन्दू सम्मेलन ...
स्वामी विवेकानंद का रूप धर सड़क पर निकले बच्चे
Nai Dunia-12-Jan-2015
वहीं छात्राओं ने भगिनी निवेदिता की वेशभूषा में स्वामी के यशस्वी इतिहास, समाज के प्रति योगदान को सामने लाने का प्रयास किया। ... पर राष्ट्रीय सेवा योजना आसीबाई गोलछा शाकीय आदर्श कन्या उच्चंतर माध्यमिक शाला महासमुंद कीस्वयंसेवक छात्राओं ... कार्यक्रम की शुरुआत समस्त कालेज के स्टाफ एवं छात्र संघअध्यक्ष द्वारा दीप प्रज्जवल किया गया।
भारत रत्न–चर्चा में विवेक का अभाव
hastakshep-13-Jan-2015
उसमें गुजरात सरकार और उस समय के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बचाव में वाजपेयी की भूमिका को तथ्यों की रोशनी में उजागर किया गया है। संसद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 'दर्शन' की बतौर प्रधानमंत्री प्रशंसा करने वाले वाजपेयी को ...
आरएसएस ने मनाया विजय दिवस समारोह
दैनिक जागरण-26-Dec-2014
श्रीकृष्ण मंदिर सेक्टर 14 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से आयोजित विजय दिवस समारोह में देश के स्वर्णिम इतिहास पर गर्व महसूस किया गया। इस दिन 1971 को पाकिस्तानी सेना के 93000 से अधिक सैनिकों और अधिकारियों ने भारतीय ...
गौरवशाली रहा है देश का सैन्य इतिहास: अरुण
दैनिक जागरण-15-Dec-2014
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख अरुण कुमार ने कहा है कि भारत के वीर सैनिकों की शौर्य गाथा काइतिहास अद्वितीय रहा है। अपने समर्पण भाव से भारत की सेना ने दुनिया की सेना के ...
गुजरात में 100 ईसाई 'हिंदू बनाए गए'
बीबीसी हिन्दी-21-Dec-2014
वीएचपी और आरएसएस हिंदुत्व के जरिए, और उनके संगठन फिर से इतिहासलिखकर और आर्थिक नीतियों के माध्यम से." राष्ट्रीय ... भाजपा के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी धर्मांतरण रोकने के लिए क़ानून की हिमायत की.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 'अर्थात'
Webdunia Hindi-08-Oct-2014
इस विजयादशमी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दो प्रचारक देश को संबोधित कर रहे थे। ... आधुनिक भारत की राजनीति और इतिहास में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) की भूमिका और योगदान महज सांस्कृतिक नहीं रही है। उनके बारे में अलग-अलग ...
कमाल का था साल यार, इज्जत बढ़ी समंदर पार
आईबीएन-7-26-Dec-2014
2014 में लोकतंत्र ने भारत में इतिहास का एक नया अध्याय लिखा, इसके नायक बन कर उभरे नरेंद्र मोदी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक से लेकर राष्ट्र के प्रधानमंत्री तक नरेंद्र मोदी का सियासी सफर तमाम कठिन मोड़ देख चुका है। लेकिन ...
कसौटी पर करिश्मा
Dainiktribune-27-Dec-2014
इसके साथ ही देश के लोकतांत्रिक इतिहास में तीन दशक के बाद पहली बार किसी राजनीितक दल ने लोकसभा में पूर्ण बहुमत ... मनमोहन सिंह सुधार के कार्यक्रमों को गति नहीं दे पाये, वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत का ...
सेक्युलर भारत को डराते संकेत
Jansatta-01-Jan-2015Share
फिर चाहे आए दिन संघ सुप्रीमो द्वारा दिए जा रहे यह बयान हों कि भारत किस तरह 'हिंदु राष्ट्र' ही है क्योंकि यहां रहने ... पर तैनात किए जा रहे संघ की छाया में पले-बढ़े विद्वान हों, जो मिथक और इतिहासको आपस में घालमेल करने में माहिर हैं, ... दी गई वरीयता को खारिज करने का भी प्रस्ताव है, जिसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके आनुषंगिक संगठन लंबे समय से ...
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अटल की राह पर चल पाएंगे मोदी?
बीबीसी हिन्दी-24-Dec-2014
स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे महान वक्ता अब अपने जीवन के संध्याकाल में है. और इस स्थिति में ... उदाहरण के लिए अटल जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इस विचार का कभी समर्थन नहीं किया कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है. मेरा मानना है कि ...
प्रभात खबर-24-Dec-2014
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चुनावी नतीजे और संघ का एजेंडा
Jansatta-25-Dec-2014
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने एक हिंदू शासक द्वारा शासित स्वतंत्र और संप्रभु जम्मू-कश्मीर की उस समय वकालत की थी जब ... इतना ही नहीं, 'आॅर्गनाइजर' के नवंबर-दिसंबर, 2014 के अंकों को देखें तो जान पाएंगे कि 'इतिहास के पन्नों से' नामक ...
कमल का कमाल
Dainiktribune-27-Dec-2014
हरियाणा के 48 साल के इतिहास में सत्ता तो कई बार बदली है, पर इस जाते साल के बदलाव की छाप इतिहास में भी महसूस की .... इसका अर्थ यह नहीं है कि मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा में दांवपेच नहीं चले गये, लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ...
वापसी पर विवाद
Rajasthan Patrika-22-Dec-2014
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का ऎलान कर रहे हैं तो विहिप नेता प्रवीण तोगडिया देश की सौ फीसदी ... बेशक धर्मान्तरण का दु:खदायी इतिहास रहा हो लेकिन इसका कोई भविष्य तो नहीं होना चाहिए।
"संस्कृति की रक्षा करना ही हमारा दायित्व"
Patrika-20-Dec-2014
इसके पूर्व परिषद के मालवा प्रांत के महामंत्री इंदरसिंह मौर्य ने विश्व हिंदू परिषद तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के इतिहास का संक्षिप्त वर्णन करते हुए कहा कि इन संस्थाओं ने देश में हिंदू तथा हिंदुत्व की रक्षा के लिए सतत कार्य ...
मोदी के लिए 'करो या मरो' वाला वर्ष होगा '2015'
पंजाब केसरी-05-Jan-2015
उनके मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेनानीगणों पर निरंकुशता का आरोप लग रहा है जिसके कारण लोकतंत्र का .... इसके अलावा केन्द्रीय विद्यालयों में जर्मन के स्थान पर संस्कृत को तीसरी भाषा बनाना और भारतीय इतिहास को नए ...
संस्कृति की राजनीति और 'घर वापसी'
प्रभात खबर-24-Dec-2014
धर्म-परिवर्तन को 'घर-वापसी' कहना नये अर्थो के निर्माण के जरिये इतिहास में वापसी का ही अभियान है. इस अभियान ... कुछ संगठन साहित्य और राजनीति के भेद को बड़ी चतुराई से मिटाते हैं, जैसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस). ऐसे संगठन ...
विकास का झंडा, हिंदुत्व का एजेंडा!
Webdunia Hindi-26-Dec-2014
... उस पर अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसकी कोख से जन्मे अन्य संगठनों ने अपने वाचाल बयानों और बेतुकी हरकतों से पानी फेरना शुरू कर दिया है। ... हालांकि उसने 25 सीटें जीत कर इस सूबे में अपने इतिहास की सबसे बड़ी कामयाबी दर्ज की है।
हमारा देश सदैव दुनिया का मार्गदर्शक रहा
Nai Dunia-27-Dec-2014Share
शीतकालीन युवा संकल्प शिविर के दूसरे दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मालवा प्रांत प्रमुख पराग अभयंकर ने दीप प्रज्वलन कर शिविर का ... श्री अभयंकर ने कहा कि आज भी इतिहास में हमें सिर्फ यही पढ़ाया जा रहा है कि भारत हमेशा गुलाम रहा।
'सैनिक परिवारों के काम प्राथमिकता से होंगे'
दैनिक जागरण-22-Dec-2014
वह सोमवार को आर्य पीजी कॉलेज में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के तत्वावधान में आयोजित वीर सैनिक सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हम अपने इतिहास को और शहीदों को याद नहीं करते हैं तो हमारी सभी चीजें व्यर्थ है।
से राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण ...
Inext Live-24-Dec-2014
यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने 'एकात्म मानव दर्शन' की स्वर्ण जयंती के ... का आयोजन विश्व संवाद केंद्र गोरखपुर और गोरखपुर यूनिवर्सिटी के प्राचीन इतिहास विभाग की ओर से किया गया था. पं.
संघ व सरकार के एजेंडे के अंतर्विरोध
Dainiktribune-02-Jan-2015
बिना शक संघ परिवार में यह धारणा व्याप्त है कि उसका अच्छा वक्त तब से शुरू हो गया है जब से देश के इतिहास में पहली बार भाजपा ... यह देखना अभी बाकी है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा अपना एक हाथ पीठ के पीछे बांध देने के बावजूद किस ...
PHOTOS : सूरत का मॉक ड्रिल "गुजरात मॉडल" का ...
khaskhabar.com हिन्दी-01-Jan-2015
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता भ़डकाने का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पुरानाइतिहास है, जिसके शिकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी हुए थे। शुएब ने कहा कि सूरत में गुजरात पुलिस ने नमाजी टोपी पहनाकर मुस्लिम समुदाय की जो ...
News Track-02-Jan-2015
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देश के मुसलमान और ईसाई के वंशज थे हिंदू : तोगड़िया
नवभारत टाइम्स-17-Dec-2014
इतिहास बताता है कि मुगल सम्राटों की ओर से दी गई यातनाओं और उनकी तलवारों के बल पर कुछ लोग अपना धर्म परिवर्तन कर ... के अलीगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी धर्म जागरण समिति द्वारा क्रिसमस के दिन प्रस्तावित सामूहिक ...
घाटी में भाजपा के सामने 370 व अफस्पा की खाई
Jansatta-27-Dec-2014
तारिगामी ने कहा-हमारी आशंकाएं वास्तविक हैं क्योंकि संघ का इतिहास है। आज की भाजपा, भाजपा नहीं है, यह पुरानी भाजपा से अलग और शुद्ध व स्पष्ट रूप सेराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है। मेरी यहां राजनीतिक नेतृत्व से अपील है कि पीडीपी, ...
संवाद : प्रतिवादी तर्क का औचित्य
Jansatta-21-Dec-2014
... मुद्दों को भुला कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद के एजेंडे में उलझ कर रोज अपनी भद पिटवा रही है। ... राष्ट्रभक्त बताने, ताजमहल को हिंदू राजा का महल सिद्ध करने और भारतीय इतिहासअनुसंधान परिषद के अध्यक्ष द्वारा ...
झारखंड में स्थिर सरकार के लिए मिला ऐतिहासिक उपहार
Business Standard Hindi-23-Dec-2014Share
मुमकिन है कि झारखंड में पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री का इतिहास भी बने। ... आंकड़े दर्शाते हैं कि भाजपा झामुमो के संथाल परगना गढ़ में सेंध लगाने में नाकाम रही है हालांकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध वनवासी ...
कबीर पंथियों की ऐतिहासिक शोभायात्रा, लाखों की ...
देशबन्धु-03-Jan-2015
राजधानी के इतिहास में इतनी तादाद में लगभग ढाई से तीन किलोमीटर लम्बी रैली इतने संतों एवं महिलाओं के कलश ... जयस्तंभ चौक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने रैली में पधारे संत-महंतों एवं पंथश्री प्रकाशमुनि साहेब ...
कूटनीति की नई परिभाषा गढ़ते जर्र्मन राजदूत स्टाइनर
Business Standard Hindi-18-Dec-2014
स्टाइनर ने संस्कृत शिक्षक संघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक दीनानाथ बत्रा से भी मुलाकात की। मुलाकात के बाद ... उन्होंने छात्रों को जर्मनी, तकनीकी के क्षेत्र में उसके इतिहास के बारे में बताया।और उन्होंने यह भी बताया ...
वाजपेयी की 'कश्मीर नीति' को उलटा घुमा रहे हैं मोदी
पंजाब केसरी-22-Dec-2014
भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आर. ... उन्होंने आगे कहा : ''जब 1947 में जम्मू-कश्मीर भारत का अंग बना, तो इस्लाम के 1400 वर्षों के इतिहास में यह पहला मौका था, जब कोई मुस्लिम भूखंड किसी सैकुलर, लोकतांत्रिक देश का अंग बना था।''
मोदी के गांव में उम्मीदों को मिल रही है ठांव
Business Standard Hindi-18-Dec-2014
वाराणसी के एक पत्रकार ने जो राष्ट्रीय समाचार चैनल के लिए भी काम करते हैं, नाम न बताने की शर्त पर बताया, 'जयापुर परंपरागत तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गढ़ रही है और आरएसएस के एक प्रांत प्रचारक का ताल्लुक इस गांव से है। आरएसएस ...
अलविदा 2014: राजनीतिक जगत की बड़ी खबरें
Shri News-30-Dec-2014
जनसंघ की स्थापना से लेकर बीजेपी के अब तक के इतिहास में यह साल सुनहरा साबित हुआ. .... बीजेपी का पैतृक संगठन माने जाने वाला राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघऔर उसके अनुगामी हिंदू संगठनों ने एक के बाद एक कई धार्मिक मुद्दों को हवा दी.
विशेष आलेख : कई बदलावों का गवाह बना हिंदुस्तान
आर्यावर्त-30-Dec-2014
जनसंघ सहित भाजपा के अब तक के इतिहास में यह बीता साल 2014 उसके लिए स्वर्णिम वर्ष साबित हुआ जिसमें उसने न केवल पहली बार लोकसभा में अपने दम पर पूर्ण बहुमत पाया बल्कि एक .... बीता साल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के उभार वाला भी रहा ।
कुछ न कुछ पका है दिल्ली में! लेकिन बंगाल दखल करने ...
hastakshep-20-Dec-2014
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में विश्व हिंदू परिषद के स्वर्ण ... तमाम सुधार कानून पास करने का दावा करने लगे हैं, उससे सीबीआई जांच का पुरानाइतिहास दुहराया जाता नजर आ रहा है, ...
हिंदुत्वावरून 'शब्दगप्पां'मध्ये दोन तट
Loksatta-10-Jan-2015
बोरिवली येथे सुरू असलेल्या 'शब्दगप्पां'मध्ये 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघाचा अजेंडा देशाचा इतिहास आणि संस्कृती ... 'घरवापसी'चा शोध पत्रकारांना आत्ता लागला असला तरी संघ परिवारातर्फे गेली अनेक वर्षे हा उपक्रम सुरू असल्याचे ...
संघ के पत्र में छपे लेख से मचा बवाल
देशबन्धु-25-Oct-2014
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने मलयालम भाषा के मुखपत्र 'केसरीÓ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बजाय देश के प्रथम ... कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, क्या हम उस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां संघ इतिहास फिर से लिखेगा।
Zee News हिन्दी-25-Oct-2014
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हिंदू राष्ट्र आख़िर चीज़ क्या है?
बीबीसी हिन्दी-30-Aug-2014
ये वो जुमला है जो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारों से सहमति न रखने वाले लोगों को परेशान करता है. ... का शब्दकोष में अर्थ है, "किसी देश या क्षेत्र में रह रहा एक बड़ा जनसमुदाय, जिनके पूर्वज, भाषा, संस्कृति या इतिहास साझा हों." ...
आईसीएचआर के लिए आरएसएस ने सूची भेजी
Live हिन्दुस्तान-29-Nov-2014Share
भाजपा सरकार द्वारा भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) के अध्यक्ष पद पर वाई सुदर्शन राव की नियुक्ति के बाद अब इसकी 27 सदस्यीय परिषद पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उससे जुड़े संगठनों की नजर है। परिषद सदस्यों का तीन ...
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