अपने शीर्षक से यह लेख अत्यन्त दिलचस्प या सनसनीखेज लग रहा होगा, मगर यह एक खतरनाक सच्चाई है जो आपके आसपास भी घट रही होगी. अगर आप अपने आसपास ऐसी विकास योजनाओं को बनते देख रहे हों, जिनकी आप को जरूरत नहीं थी और जिनकी आपने कभी माँग भी नहीं की थी, तो पता लगाइए. जरूरत पड़ने पर RTI का सहारा लीजिये. वह जरूर ADB की परियोजना निकलेगी. जन कल्याण के नाम पर बनाई जा रही ऐसी परियोजनाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, लोनिवि, पर्यटन और न जाने कहाँ-कहाँ घुसी हुई हैं. इनमें एक रुपये का काम चार रुपये में हो रहा है, हमारे मुख्यमंत्री, मंत्री, राजनेता, नौकरशाह, एनजीओ, देशी-विदेशी कम्पनियाँ और छोटे-बड़े ठेकेदार मालामाल हो रहे हैं और हम पर तथा हमारी आने वाली पीढ़ियों पर अरबों रुपये का क़र्ज़ थोपा जा रहा है.
पूरे देश को कर्ज में डुबा देने वाली जो संस्थायें भारत में सक्रिय हैं, उनमें विश्व बैंक तथा एशिया डेवलपमेंट बैंक (ए.डी.बी.) का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। जहाँ तक उत्तराखंड का सवाल है, यहाँ पिछ...
NAINITALSAMACHAR.COM|BY पूरन मेहरा
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