आंदोलनों से जुड़े लोग इस शख्स को आसानी से पहचान लेंगे। ये हैं पीसी भाई यानी पी.सी. तिवारी, उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष, जिन्होंने अल्मोड़ा के द्वारसो गांव में ज़मीन की लूट के खिलाफ़ ऐसा आंदोलन खड़ा कर दिया है कि जिंदल ग्रुप को गैर-कानूनी तरीके से ज़मीन देने वाली हरीश रावत सरकार की नाक में तीन महीने से दम हुआ पड़ा है। ग्रामीणों ने इस मसले पर जिंदल ग्रुप के खिलाफ़ एक मुकदमा किया हुआ था। कल निचली अदालत ने जिंदल के खिलाफ़ फैसला देते हुए निर्माण कार्य पर रोक लगा दी।
फिर वही होना था जो आज हुआ। थोड़ी देर पहले पीसी भाई, रेखा धस्माना और अन्य के ऊपर जिंदल के गुंडों ने जानलेवा हमला कर दिया, ऐसी खबर आई है। योजना जान से मारने की थी लेकिन वे बाल-बाल बच गए हैं। फिलहाल वे लोग द्वारसो गांव में हैं। रानीखेत एसडीएम मौके पर पहुंच चुके हैं। सारी मारपीट नवीन जिंदल के भतीजे प्रतीक जिंदल के कहने पर उनकी आंखों के सामने उनके गुंडों ने उन्हीं के परिसर में की है। फिलहाल जितनी सूचना मिली है, उसके आधार पर खबर इस लिंक पर जाकर देखी जा सकती है: http://www.junputh.com/2016/01/blog-post_23.html
इस मामले से जुड़ी पूरी जानकारी के लिए 2 दिसंबर को छपी यह ग्राउंड रिपोर्ट देखें:http://hindi.catchnews.com/…/has-uttarakhand-cm-harish-rawa…
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