15 नवंबर से 30 नवंबर 2009 का अंक प्रस्तुत है। इस अंक में आपको मिलेगा।
नौ साल बीते, नहीं मिली राजधानी
गैरसैंण में एक बार फिर गूँजे नारे
हेम चन्द्र शर्मा बहुत दुःखी हैं….
बहुत सी नजरें टिकी हैं चंडाक की खूबसूरत जमीन पर
2010 'नदियों को मुक्त करो वर्ष' होगा
हिन्दी पत्रकारिता के शलाका पुरुष को नमन !
कम्पोजिंग के जादूगर [ आगे पढ़ें.....]
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यह कैसा राज्य है जिसका काम-काज नौ साल से अस्थायी, कोने में पड़ी राजधानी से चल रहा है और जिसे पता ही नहीं कि कब, कहाँ उसकी राजधानी बनेगी ? इन नौ सालों में उत्तराखंड में चार सरकारें बनीं, जिनमें से एक ने भी स्थायी राजधानी के बारे में लोगों से बातचीत नहीं की। सभी [ आगे पढ़ें.....]
उत्तराखण्ड राज्य की नौवीं वर्षगांठ पर जब प्रदेश के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक'अस्थायी राजधानी देहरादून में विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणा कर रहे थे, तब गैरसैण को स्थायी राजधानी बनाये जाने की माँग को लेकर विभिन्न आन्दोलनकारी संगठन 'गैरसैण' में रैली और सभा कर रहे थे। राज्य के कई क्षेत्रों में निराश बेरोजगारों और राज्य [ आगे पढ़ें.....]
हेमचन्द्र शर्मा दुःखी हैं….
भाजपा ने कालाढूँगी कांड में मारे गये बलवन्त कन्याल हत्याकांड की सी.बी.आई. जाँच करवाने की माँग को लेकर आसमान सिर उठा रखा है और कांग्रेस ने युवा कांग्रेस अध्यक्ष संजय नेगी की गिरफ्तारी को लेकर। लेकिन उनकी बेटी के बारे में ये बड़े राजनैतिक दल बात भी नहीं करना चाहते। करें भी [ आगे पढ़ें.....]
अंग्रेज सरकार ने उदारतापूर्वक मिशनरियों को जमीनें दी थीं और उन्होंने शिक्षा के विकास और समाज सेवा के रूप में उनका अच्छा उपयोग भी किया। पर हाल के वर्षो में अल्मोड़ा से लेकर पौड़ी तक में जिस तरह उनके चर्च द्वारा जमीनें बेचे जाने का प्रयास हो रहा है, उससे विवाद उठ रहे हैं। पिथौरागढ़ [ आगे पढ़ें.....]
प्रस्तुति : ओम प्रकाश भट्ट
देश भर के गांधीवादी व पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने नदियों के प्रवाह को उनके प्राकृतिक परिवेश में बनाये रखने का संकल्प लिया। नदियों की पवित्रता तथा पावनता को बनाये रखने व नदियों से पलने वाले लोगों के जीवन को बचाने के लिए पूरे देष में संघर्ष की रणनीति बनायी। यह तय [ आगे पढ़ें.....]
प्रस्तुति : मंगलेश डबराल
कबीर के एक दोहे 'आये थे हरि भजन को/ओटन लगे कपास' को अक्सर दोहराने वाले प्रभाष जोशी समाज के बदलने और अगर यह संभव न हो तो एक कवि और लेखक के रूप में कुछ करने का इरादा लेकर निकले थे लेकिन अंततः पत्रकारिता की कपास धुनने लगे। उन्होंने विनोबा भावे [ आगे पढ़ें.....]
प्रस्तुति : हरीश पंत
इसी बहाने चलो नमन कर लें उन सबको
'अ' से 'ज्ञ' तक सब लिख जाना क्या कहते हैं।
आनन्द मास्साब को याद करते 'गिर्दा' की यह लाइनें अनायास ही नहीं याद आयीं। दरअसल नैनीताल समाचार में गिर्दा व नैनीताल समाचार टीम का वैचारिक 'दृश्यावलोकन' विजुअल कॉन्सैप्ट और अक्षरों का सिनेमाई प्रजेंटेशन, इन सबको धरातल [ आगे पढ़ें.....]
जाड़े की दस्तक और हल्की रिमझिम के बीच राज्य स्थापना दिवस पर 9 नवम्बर को राज्य में अनेक स्थानों पर सरकारी समारोहों का आयोजन हुआ। पुलिस सम्मेलन में सराहनीय काम करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया गया। मुख्य मंत्री ने लगभग एक दर्जन नई जन कल्याण योजनाओं की घोषणा के साथ राज्य के हर ब्लाक [ आगे पढ़ें.....]
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Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited.blogspot.com/
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