जनज्वार विशेष
फरार घोषित पुलिसकर्मी नौकरी पर हैं सरकार
12 February 2012
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पुलिस के मुताबिक जिन विशेष पुलिस अधिकारियों तथा सलवा जुडूम के नेताओं
के खिलाफ वारंट जारी किये गये हैं वे सभी फरार हैं, जबकि ये सभी आरोपी तब
से आज तक पुलिस की नौकरी करते हैं . आरोपियों में बोडडू राजा सुकमा
जिले की जिला पंचायत में वर्तमान उपाध्यक्ष हैं...
हिमांशु कुमार
मुख्य न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली. आदरणीय जज साहब यह पत्र
मैं आपका ध्यान छत्तीसगढ़ में निचली अदालतों द्वारा कमजोर आदिवासियों के
मामले में दंड प्रक्रिया संहिता का साफ़ साफ़ उलंघन तथा इस प्रकार उन्हें
न्याय मिलने से जान बूझ कर वंचित किये जाने के मामले में लिख रहा हूं .
मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि आप मेरे इस पत्र को याचिका के रूप में
स्वीकार कर लें ताकि न्याय के अभाव में हताशा के कारण पैदा होने वाली
सामजिक अशांति को कम किया जा सके . महात्मा गांधी ने कहा था कि यदि हमें
भारत का विकास करना है तो हमें गावों का विकास करना होगा . मैंने और मेरी
पत्नी ने आज से उन्नीस साल पहले गांधी जी द्वारा युवकों को दिये गये इस
सूत्र से प्रेरित होकर दिल्ली छोडकर छत्तीसगढ़ के जिले दंतेवाड़ा जाकर
१९९२ में आदिवासियों के एक गाँव में रहना शुरू किया था .
हम आदिवासियों की सेवा के विभिन्न कार्य करते रहे . हमारे कार्य को देख
कर जिला न्यायालय ने हमारी संस्था को जिला विधिक प्राधिकरण का सदस्य
नियुक्त किया था . इसके लिये हमारे द्वारा जिला जज साहब के निर्देशन व
उपस्थिती में आदिवासियों को उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी देने के
अनेकों कार्यक्रम चलाए जाते थे .
छह आदिवासी लड़कियों ने 2009 में हमारी संस्था के कार्यकर्ताओं से मुफ्त
कानूनी सहायता के लिये सम्पर्क किया . उन लड़कियों ने हमें बताया कि उनके
साथ पुलिस कर्मियों , विशेष पुलिस अधिकारियों तथा शासन के सहयोग से चलाए
जाने वाले सलवा जुडूम के नेताओं ने अलग अलग घटनाओं में सामूहिक बलात्कार
किया है .
उन आदिवासी बालिकाओं ने हमें यह भी बताया कि उनके द्वारा पुलिस थाने में
शिकयत दर्ज कराने की कोशिश भी की गई थी . परन्तु चूंकि बलात्कारी पुलिस
कर्मी ही थे तथा एक मामले में तो थानेदार भी आरोपी है . इसलिए इन पीड़ित
लड़कियों की शिकयत थाने में दर्ज नहीं की गयी थी .
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