Wednesday, April 1, 2015

आज वरिष्ठ कवि -लेखक विष्णुचन्द्र शर्मा जी का जन्मदिन है ! उन्हें ढेरों शुभकामनाएं . आज उनकी एक कविता


अपने भाई और युवा हमारे समय के बेहतरीन कवि नित्यानंद गायेन के सौजन्य से।आज वरिष्ठ कवि -लेखक विष्णुचन्द्र शर्मा जी का जन्मदिन है ! उन्हें ढेरों शुभकामनाएं .
आज उनकी एक कविता
अंतरंग यात्रा
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मेरी पृथ्वी
एक अंतरंग यात्रा है ,
जहाँ हर आदमी
एक लहर -दर -लहर
नृत्यरत है !
मेरी पृथ्वी की कोई
सरहद नहीं है !
कोई पारपत्र नहीं चाहिए
सिर्फ़ स्वर शब्दों को
ध्वनि ब्रह्मांड को उदात्त बनती और
धीरे -धीरे खोलती
और खोलती चली जाती है
और लय में बाँध देती है
हमें तुम्हें !
-विष्णुचंद्र शर्मा

'आज वरिष्ठ कवि -लेखक विष्णुचन्द्र शर्मा जी का जन्मदिन है !  उन्हें ढेरों शुभकामनाएं .  आज उनकी एक कविता     अंतरंग यात्रा   ------------------  मेरी पृथ्वी   एक अंतरंग यात्रा है ,  जहाँ हर आदमी   एक लहर -दर -लहर   नृत्यरत है !    मेरी पृथ्वी की कोई   सरहद नहीं है !  कोई पारपत्र नहीं चाहिए   सिर्फ़ स्वर शब्दों को   ध्वनि ब्रह्मांड को उदात्त बनती और   धीरे -धीरे खोलती   और खोलती चली जाती है   और लय में बाँध देती है   हमें तुम्हें !    -विष्णुचंद्र शर्मा'

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