Friday, August 23, 2013

Nilakshi Singh आरक्षण का विरोध करने के लिए कुछ अखबार तथ्यों को कैसे तोड़ मरोड़ कर प्रकाशित करते हैं इसका ताजा उदाहरण दैनिक जागरण है.

आरक्षण का विरोध करने के लिए कुछ अखबार तथ्यों को कैसे तोड़ मरोड़ कर प्रकाशित करते हैं इसका ताजा उदाहरण दैनिक जागरण है. अखबार के पटना संस्करण ने एक लड़की को लड़का बताते हुए खबर प्रकाशित किया है कि प्रारंभिक परीक्षा में असफ़ल रहने के बावजूद उसका चयन डीएसपी के लिए हुआ है. हकीकत यह है कि जिस उम्मीदवार को लड़का बताते हुए अखबार ने खबर छापा है वह लड़की हैं और उनका नाम सुरभ सुमन है. ये मूल रुप से मनेर के शेरपुर गांव की रहने वाली हैं. इन्हें बीपीएससी द्वारा बिहार पुलिस सेवा के लिए चयनित उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया गया है.
अखबार ने लिखा है कि प्रारंभिक परीक्षा में सुरभ को 94 अंक प्राप्त हुए जबकि बैकवर्ड कैटेगरी के लिए कट आफ़ मार्क्स के रुप में 100 अंक निर्धारित था. सच्चाई यह है कि बीपीएससी द्वारा निर्धारित कैटेगरी में एक कैटेगरी बीसीएल यानी 'बैकवर्ड कैटेगरी लेडी' भी शामिल है और इसके लिए कट ऑफ मार्क्स 87 निर्धारित था. इस तरह सुरभ को कटऑफ मार्क्स से अधिक अंक प्राप्त हुए.
आरक्षण विरोध में गलत खबर छापने वाले दैनिक जागरण के पत्रकारिता का स्तर इतना गिरने पर तरस आता है !!

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