Monday, August 1, 2011

भारी बजट के बावजूद प्यासे हैं गाँव By जगमोहन रौतेला on August 1, 2010

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हरेला अंक-2010

जयदीप लघु उद्योग
खेती-बाड़ी से जुड़ा है हरेला त्यौहारखेती-बाड़ी से जुड़ा है हरेला त्यौहार
लैंसडाउन ने बाबा नागार्जुन को याद कियालैंसडाउन ने बाबा नागार्जुन को याद किया
पूरन चन्द्र चन्दोला का गिरजा हर्बल फार्मपूरन चन्द्र चन्दोला का गिरजा हर्बल फार्म
पानी के दिनपानी के दिन
नन्दाखाट चोटी फतह कर लौटे पर्वतारोहियों की चिन्ता वाजिब हैनन्दाखाट चोटी फतह कर लौटे पर्वतारोहियों की चिन्ता वाजिब है
याद रहेंगे पत्तीदास
जल विद्युत परियोजनाओं से त्रस्त किसानजल विद्युत परियोजनाओं से त्रस्त किसान
एक प्रखर व प्रतिभाशाली पत्रकार के जीवन की अतिंम यात्राएक प्रखर व प्रतिभाशाली पत्रकार के जीवन की अतिंम यात्रा
बस दुर्घटना ने खोली आपदा प्रबंधन की कलई

होली अंक -2010

निर्मल पांडे: कहाँ से आया कहाँ गया वोनिर्मल पांडे: कहाँ से आया कहाँ गया वो
''तब के आई.सी.एस. साइकिल पर जाते थे या फिर इक्के पर''''तब के आई.सी.एस. साइकिल पर जाते थे या फिर इक्के पर''
शराब माफिया व प्रशासन के खिलाफ उग्र आन्दोलन की तैयारीशराब माफिया व प्रशासन के खिलाफ उग्र आन्दोलन की तैयारी
'कैंपेन फार ज्यूडिशियल एकांउटेबिलिटी एण्ड रिफार्म्स' का तीसरा राष्ट्रीय अधिवेशन'कैंपेन फार ज्यूडिशियल एकांउटेबिलिटी एण्ड रिफार्म्स' का तीसरा राष्ट्रीय अधिवेशन
नहीं भुलाया जा सकता चन्द्रसिंह शाही का योगदान
अपने मजे का मजा ठैरा दाज्यूअपने मजे का मजा ठैरा दाज्यू
उत्तराखंड में माओवाद या माओवाद का भूत ? !!उत्तराखंड में माओवाद या माओवाद का भूत ? !!
नियम विरुद्ध करवाए गए सरमोली-जैंती वन पंचायत चुनावनियम विरुद्ध करवाए गए सरमोली-जैंती वन पंचायत चुनाव
क्यों बढ़ रहा है मनुष्य व जंगली जानवरों के बीच संघर्ष ?क्यों बढ़ रहा है मनुष्य व जंगली जानवरों के बीच संघर्ष ?
दुःखद है ऐसे प्रकृतिप्रेमियों का जानादुःखद है ऐसे प्रकृतिप्रेमियों का जाना

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