बंगाल में दीदी ने दी शबे रात की स्पेशल छुट्टी!
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
बंगाल में दीदी ने दी शबे रात की स्पेशल छुट्टी!सबेबरात के मौके पर आधिकारिक तौर पर मंगलवार को अवकाश है लिकिन एकदिन पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मौके पर स्पेशल छुट्टी का ऐसलान कर दिया। जो बच्चे घर से तैयार होकर स्कूल पहुंचे , उन्हें मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक स्कूल बिना नोटिस बंद हो जाने की वजह से लौट आना पड़ा।राइट्रस की अवकाश तालिका के मुताबिक चूंकि अवकाश मंगलवार को है, दीदी की घोषणा पर सरकारी कर्मचारी भी दिनभर भ्रम में रहे।
राइटर्स में बाकायदा मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद काम चालू रहा। लेकिन जिन्हें काम था, उन्हें मुख्यमंत्री की घोषमणा के बारे में मालूम पड़ने पर वे राइयर्स तक आये ही नहीं। जबकि बाद में उन्हें पता चला कि राइटर्स तो बंद हुआ नहीं।
रमजान के पाक महीने में इबादत गुजार बंदे पहली रात से ही अपने माबूद (पूज्य) को मनाने, उसकी इबादत करने मे जुट जाते हैं। इन नेक बंदों के लिए शब-ए-कद्र परवरदिगार का अनमोल तोहफा है। कुरआन में इसे हजार महीनों से श्रेष्ठ रात बताया गया है। शबे रात आते ही जहां मसजिदों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। वही शबे रात में इबादत करनेवालों ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं। बच्चे फुलझड़ियां और पटाखे छोड़ कर जहां इस रात खुशियां मनायेंगे, वहीं मीठी पकवान बनाये जाने की तमाम तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।शबे रात की रात मुसलमान अपने घरों में चिराग करते है और हलवा और पूरी का फातेहा करके अपने पूर्वजों के रुहों को बख्शता है। शबे रात गुनाहों से छुटकारे की रात है। यही कारण है कि मुसलमान भाई खूब इबादत कर अपने खुदा को मनाने का काम करते हैं।
गौरतलब है कि अभी हाल में मुख्यमंत्री ने अवकाश तालिका के विपरीत जमाई षष्ठी पर भी अर्द्धदिवस के स्पेशल अवकाश की घोषणा कर दी थी।
इससे पहले 2012 में मुख्यमंत्री ममता ने 26 अक्टूबर को भी छुट्टी की घोषणा कर राज्य सरकार के कर्मचारियों को 20 से 29 अक्टूबर तक लगातार छुट्टी पर रहने का शानदार मौका दिया है। ताकि इस दौरान वे दुर्गा पूजा त्योहार का भरपूर आनंद ले सकें!राज्य सरकार के बाबुओं के लिए छुट्टियां 20 अक्टूबर (शनिवार, सप्ताहांत) से शुरू हुई।छुट्टियों की अवधि में दुर्गा पूजा की चार महत्वपूर्ण तिथियां पड़ती हैं- सप्तमी, अष्टमी, नवमी और दशमी। विजयदशमी के एक दिन बाद 25 तक की छुट्टियां पूर्वघोषित थी।इसके बाद कर्मचारियों को शनिवार और रविवार (27-28 अक्टूबर) के अवकाश से पहले 26 अक्टूबर को काम पर लौटना पड़ता। इसलिए 26 अक्टूबर को विशेष तौर पर छुट्टी की घोषणा की गई। इसके बाद 29 अक्टूबर को लक्ष्मीपूजा की छुट्टी!
यही नहीं,बंगाल सरकार ने छठ पूजा के अवसर पर पहली बार अवकाश की घोषणा की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर ये अवकाश दिया गया।पश्चिम बंगाल में काली पूजा, दीपावली और भाई दूज पर भी सरकारी अवकाश होता है।गौरतलब है कि काफी समय समय से बंगाल में बिहार, झारखंड के रहने वाले लोग छठ के अवसर पर सरकारी अवकाश की मांग कर रहे थे, जिसे ममता ने पूरा कर दिया।
पश्चिम बंगाल में विपक्ष की नेता रहते हुए ममता बनर्जी राज्य में कार्य संस्कृति का अभाव बताकर तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार की खिंचाई का मौका नहीं छोड़ती थीं, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों को 10 दिन का दुर्गा पूजा अवकाश देकर सबको चौंका दियाऔर विपक्ष को उपहास का एक मौका दे दिया।
कुछ लोगों का कहना है कि यह ममता की कलाबाजी का दूसरा उदाहरण है। विपक्ष में रहते हुए जो ममता कड़े तेवर के लिए जानी जाती थीं, अब राज्य में शासन की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने अपनी लोकप्रियता कायम रखने का प्रयास किया है।
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