ज़ी मीडिया ब्यूरो
देहरादून: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को हेलीकॉप्टर से गुप्तकाशी पहुंचे। राहुल ने वहां अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की, साथ ही बाढ़ पीड़ितों से बात की। बाढ़ पीड़ितों ने राहुल को अपनी परेशानियों के बारे में बताया। राहुल ने सेना के कैंप में जाकर राहत और बचाव अभियान का जायजा भी लिया।
राहुल गांधी ने यात्रा ऐसे समय में की है जब गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने वीआईपी लोगों को सलाह दी है कि वे बारिश से तबाह हुए उत्तराखंड का दौरा नहीं करें, क्योंकि इससे राहत और बचाव अभियान में कठिनाइयां आती हैं।
इसी पर कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने कहा है कि राहुल गांधी वहां वीआईपी की तरह नहीं बल्कि वह आम नागरिक की तरह गए हैं और कांग्रेस उपाध्यक्ष होने के नाते वह देखने गए हैं कि राहत-सामग्री लोगों तक पहुंची है या नहीं। राहुल ने कभी नहीं कहा कि मैं `रैम्बो` हूं, मैंने ये किया मैंने वो किया।
गौर हो कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे के बाद हजारों गुजरातियों को बचाने का दावा किया गया था, जिसमें उन्हें सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर `रैम्बो` तक कहा गया। गौरतलब है कि उत्तराखंड में राहत और बचावकार्यों का जायजा लेने के लिए वीआईपी लोगों का तांता लग गया था।
देहरादून: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को हेलीकॉप्टर से गुप्तकाशी पहुंचे। राहुल ने वहां अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की, साथ ही बाढ़ पीड़ितों से बात की। बाढ़ पीड़ितों ने राहुल को अपनी परेशानियों के बारे में बताया। राहुल ने सेना के कैंप में जाकर राहत और बचाव अभियान का जायजा भी लिया।
राहुल गांधी ने यात्रा ऐसे समय में की है जब गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने वीआईपी लोगों को सलाह दी है कि वे बारिश से तबाह हुए उत्तराखंड का दौरा नहीं करें, क्योंकि इससे राहत और बचाव अभियान में कठिनाइयां आती हैं।
इसी पर कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने कहा है कि राहुल गांधी वहां वीआईपी की तरह नहीं बल्कि वह आम नागरिक की तरह गए हैं और कांग्रेस उपाध्यक्ष होने के नाते वह देखने गए हैं कि राहत-सामग्री लोगों तक पहुंची है या नहीं। राहुल ने कभी नहीं कहा कि मैं `रैम्बो` हूं, मैंने ये किया मैंने वो किया।
गौर हो कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे के बाद हजारों गुजरातियों को बचाने का दावा किया गया था, जिसमें उन्हें सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर `रैम्बो` तक कहा गया। गौरतलब है कि उत्तराखंड में राहत और बचावकार्यों का जायजा लेने के लिए वीआईपी लोगों का तांता लग गया था।
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